Monday, July 2, 2012

तकदीर बड़ी या तदबीर

अकबर ने बीरबल से पूछा, तकदीर बड़ी या तदबीर ( मेहनत ) l बीरबल ने कहा हुजुर तकदीर ही बड़ी है, अकबर ने कहा की साबित करके बताओ | 
बीरबल ने दो व्यक्ति बुलवाए एक तकदीर को मानने वाला था और एक तदबीर को मानता था |
दोनों को एक काल कोठरी में बंद कर दिया जहाँ रौशनी भी नहीं जाती थी, जो तकदीर को मानने वाला था वो एक जगह बैठ कर प्रभु को याद करने लगा, लेकिन जो तदबीर को मानने वाला था उसे चैन कहाँ, वह अपनी कोशिश में लग गया शायद कोई बहार निकलने का रास्ता मिल जाये, हाथों से टटोलने पर उसे एक छोटी सी पोटली मिली, खोल कर टटोला तो कुछ दाने से लगे, सोचा शायद कुछ खाने को है, दाने मुहं में डालने लगा जो खाया जाता खा लेता और जो न खाया जाता उसे दुसरे की तरफ फेंक देता और कहता तेरी तकदीर में यही है l
सुबह हुई दरवाज़ा खुलवाया गया, और देखा की जो तकदीर को मानने वाला था उसके चारों तरफ बेशकीमती हीरे पड़े हुए है, अकबर को मानना पड़ा की तकदीर ही बड़ी है |यह सिर्फ एक कहानी थी |

नोट :- "मेरा यह मानना है तदबीर से ही तकदीर बनती है |

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